Thursday, June 26, 2025

उत्तराखंड के 10 सबसे सुंदर पर्यटन स्थल

उत्तराखंड के 10 सबसे सुंदर पर्यटन स्थल

उत्तराखंड, जिसे "देवभूमि" कहा जाता है, भारत का वह राज्य है जहाँ हर मोड़ पर प्रकृति मुस्कराती है और हर घाटी में आध्यात्म की गूंज सुनाई देती है। बर्फ से ढके हिमालय की चोटियाँ, कल-कल बहती नदियाँ, घने जंगल, शांत झीलें और मंदिरों की घंटियों की मधुर ध्वनि इस राज्य को विशेष बनाती है। यहाँ की हवा में शुद्धता है, जमीन पर परंपरा की गहराई है और आसमान में उम्मीदों के रंग हैं।

उत्तराखंड ना सिर्फ तीर्थ यात्रियों के लिए पवित्र स्थल है, बल्कि यह प्रकृति प्रेमियों, साहसिक यात्रियों और फोटोग्राफरों के लिए भी स्वर्ग है। यहाँ की विविधता, संस्कृति, लोक कला और लोकगीत किसी भी यात्री के मन को छू जाते हैं।

उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल -

दोस्तों, उत्तराखंड में वैसे तो बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं, पर हम आपको वहां के सबसे बेस्ट पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहें है तो चलिए जानते है यहां के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में


1. ऋषिकेश: योग की नगरी

ऋषिकेश, गंगा के तट पर बसा एक शांत और पवित्र नगर है, जहाँ अध्यात्म और रोमांच दोनों का अनोखा संगम है। लक्ष्मण झूला पर खड़े होकर बहती गंगा को निहारना एक अलौकिक अनुभव होता है। यहाँ की आरती और ज्योत, मंत्रों की आवाज़ और साधु-संतों की उपस्थिति आपको भीतर से बदल देती है। साथ ही, रिवर राफ्टिंग, कैंपिंग और योगा रिट्रीट्स इसे युवाओं के बीच भी बेहद लोकप्रिय बनाते हैं।


ऋषिकेश घूमने का बेस्ट टाइम:

दोस्तों अगर आप ऋषिकेश जाना चाहते है तो आप 

मार्च से मई और सितंबर से नवंबर


ऋषिकेश जाने के लिए - 

प्लेन से :     अगर आप हवाई जहाज से यहां जाते हैं तो आपके लिए निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून (20-25 किमी) पड़ेगा।

ट्रेन से :     अगर आप ट्रेन से जाते हैं तो आपके लिए निकटतम रेलवे स्टेशन – हरिद्वार (लगभग 25 किमी) पड़ेगा।

सड़क से :   और अगर आप दिल्ली और देहरादून से नियमित बस/कैब उपलब्ध हैं आप यहां से भी जा सकते हैं या आपके पास कार या बाइक हो तो उससे भी जा सकते है।


कुछ टिप:

योग, ध्यान और गंगा आरती का आनंद लेने के लिए सुबह जल्दी उठें। और अगर राफ्टिंग के लिए मार्च से जून का समय बहुत अच्छा रहता है।


2. हरिद्वार: मोक्ष की राह

हरिद्वार वह पवित्र भूमि है जहाँ गंगा नदी मैदानों में प्रवेश करती है। हर की पौड़ी पर होने वाली भव्य गंगा आरती एक आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देती है। लाखों श्रद्धालु यहाँ स्नान कर मोक्ष की कामना करते हैं। हरिद्वार की गलियों में आपको शुद्ध देसी खानपान, धार्मिक दुकानें और शांति का अनोखा अनुभव मिलेगा।

दोस्तों, अगर आप हरिद्वार जाना चाहते है तो आपके लिए बेस्ट टाइम कौन सा चलिए जानते हैं - 

हरिद्वार घूमने का बेस्ट टाइम:

अक्टूबर से अप्रैल 


हरिद्वार जाने के लिए  :

दोस्तों, हरिद्वार जाने के लिए आपको हमने तीनों रास्ते बताए है(हवाई रास्ते, ट्रेन से, और सड़क के रास्ते) 

हवाई रास्ते:    जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून (40 किमी)

रेल मार्ग:     हरिद्वार रेलवे स्टेशन – भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा

सड़क मार्ग:     दिल्ली और उत्तर भारत से बढ़िया कनेक्टिविटी

कुछ जरुरी टिप:

हर पौड़ी पर आरती शाम को होती है – समय से पहले पहुंचें।


3. मसूरी: पहाड़ों की रानी

मसूरी अपनी ठंडी हवाओं, हरियाली से ढकी पहाड़ियों और ब्रिटिशकालीन वास्तुकला के लिए जानी जाती है। यहाँ की केम्प्टी फॉल्स, मॉल रोड और गन हिल आपको एक शहरी सुकून और पहाड़ी सादगी का संगम देती हैं। यह हनीमून कपल्स और फैमिली ट्रिप के लिए बेस्ट जगह है।

मसूरी जाने का बेस्ट टाइम:

मार्च से जून (गर्मियों में ठंडक का अहसास) और अक्टूबर से नवंबर (हनीमून सीज़न)


मसूरी कैसे जाएं:

आइए जानते है मसूरी जाने का बेस्ट रूट

हवाई रास्ते : जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून (60 किमी)

रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन – देहरादून (34 किमी)

सड़क मार्ग: देहरादून से टैक्सी या बस से 1-1.5 घंटे का सफर


कुछ जरूरी टिप्स :

मसूरी में वीकेंड पर भीड़ अधिक होती है, तो वीकडे ट्रैवल बेहतर होगी।


4. नैनीताल: झीलों का शहर

नैनीताल अपनी सुंदर नैनी झील और आसपास के हरे-भरे पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है। नाव की सवारी करते हुए आप झील के किनारों पर बसी खूबसूरत बस्ती का दृश्य देख सकते हैं। ठंडी हवाओं और बादलों की आड़ में यहाँ का हर कोना एक चित्र की तरह लगता है।


नैनीताल जाने का बेस्ट टाइम :

दोस्तों, नैनीताल जाने का बेस्ट टाइम 

मार्च से जून और सितंबर से नवंबर का है।


नैनीताल कैसे जाएं :

आइए जानते है नैनीताल जाने के लिए बेस्ट रूट कौन सी है,

हवाई मार्ग:   पंतनगर एयरपोर्ट (70 किमी)


रेल मार्ग:   काठगोदाम रेलवे स्टेशन (35 किमी)


सड़क मार्ग:   दिल्ली से लगभग 6-7 घंटे की दूरी (320 किमी)


कुछ जरूरी टिप्स :

नाव की सवारी सुबह-सुबह या शाम को करें – काम धूप और नजारा सुंदर होता है।


5. औली: भारत का स्कीइंग डेस्टिनेशन

औली उन गिने-चुने स्थानों में से है जहाँ आप बर्फ की चादर पर स्कीइंग का रोमांच महसूस कर सकते हैं। यहाँ से नजर आने वाली नंदा देवी और त्रिशूल पर्वत की चोटियाँ मन को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। सर्दियों में यह पूरा क्षेत्र सफेद परीलोक जैसा प्रतीत होता है।


औली घूमने का बेस्ट टाइम :

स्कीइंग के लिए: दिसंबर से फरवरी

घूमने और ट्रेकिंग के लिए: मार्च से जून


औली पर्यटन स्थल पे कैसे जाएं :

दोस्तों, अगर आप औली पर्यटन स्थल पे जाना चाहते हैं, ये कुछ रास्ते जो हमने आपसे साझा किए है अगर बजट में हो तो जरूर जाएं।

हवाई मार्ग:     निकटतम एयरपोर्ट – जॉली ग्रांट, देहरादून (280 किमी)


रेल मार्ग:     निकटतम स्टेशन – हरिद्वार/ऋषिकेश


सड़क मार्ग:    जोशीमठ तक सड़क और वहाँ से केबल कार या वाहन


कुछ टिप्स :

बर्फबारी देखने के लिए जनवरी सर्वश्रेष्ठ महीना है।


6. केदारनाथ: शिव की पावन भूमि

केदारनाथ हिमालय की ऊँचाइयों में बसा एक अद्वितीय तीर्थ स्थल है। यहाँ तक पहुँचने की कठिन यात्रा श्रद्धा और भक्ति का अद्वितीय संगम बन जाती है। मंदिर के पीछे बर्फ से ढकी पर्वतमालाएं और मंदिर का शांत वातावरण हर किसी की आत्मा को छू जाता है।

केदारनाथ जाने का बेस्ट टाइम :

मई से जून और सितंबर से अक्टूबर (मंदिर खुलने के बाद और मानसून से पहले/बाद)


कैसे जाएं:

दोस्तों, अगर आपलोंग यहां जाना चाहते हैं, मैंने आप लोग को तीनों रास्ते बता दिए हैं आप आपने बजट के हिसाब से देख सकते है।

हवाई मार्ग:   जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (225 किमी)


रेल मार्ग:    ऋषिकेश रेलवे स्टेशन (210 किमी)


सड़क मार्ग:    गौरीकुंड तक वाहन, फिर लगभग 18 किमी ट्रेक

कुछ जरूरी टिप्स :

ट्रेक शुरू करने से पहले फिटनेस और मौसम की जांच जरूर कर लें।


7. बद्रीनाथ: विष्णु का दिव्य धाम


बद्रीनाथ मंदिर, भगवान विष्णु को समर्पित, एक अत्यंत पवित्र तीर्थस्थल है। यहाँ की तप्त कुंड, अलकनंदा नदी और नर-नारायण पर्वत की छाया इसे और भी दिव्यता देती है। यहाँ की हवा में भक्तिभाव घुला होता है, जो हर यात्री को भीतर तक भावविभोर कर देता है।


बद्रीनाथ जाने का बेस्ट टाइम:

मई से जून और सितंबर से अक्टूबर (मंदिर खुलने का समय)


बद्रीनाथ जाने के लिए :

हवाई मार्ग:   जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून (310 किमी)


रेल मार्ग:   हरिद्वार/ऋषिकेश से


सड़क मार्ग:   बद्रीनाथ तक सीधी सड़क है, लेकिन ऊंचे पहाड़ी रास्ते हैं


जरूरी टिप्स :

बर्फबारी के कारण मंदिर नवंबर से अप्रैल तक बंद रहता है।


8. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क: वन्य जीवन का रोमांच

यह भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है, जहाँ आप बाघों को खुले जंगल में देखने का रोमांच पा सकते हैं। घने साल और सागौन के जंगल, कलकल बहती रामगंगा नदी और सफारी का अनुभव इसे एडवेंचर लवर्स के लिए परफेक्ट बनाता है।


बेस्ट टाइम :

नवंबर से जून (सर्दियों और गर्मियों में पार्क खुला रहता है, मानसून में कुछ क्षेत्र बंद रहते हैं)


कैसे जाएं :

हवाई मार्ग: पंतनगर एयरपोर्ट (80 किमी)

रेल मार्ग: रामनगर रेलवे स्टेशन – दिल्ली से सीधा ट्रेन

सड़क मार्ग: रामनगर से टैक्सी या बस


कुछ टिप्स :

जंगल सफारी के लिए पहले से बुकिंग करवाना आवश्यक है।


9. चोपता: मिनी स्विट्ज़रलैंड

चोपता एक छोटा लेकिन बेहद मनोहारी हिल स्टेशन है। यह ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए स्वर्ग है क्योंकि यहाँ से तुंगनाथ और चंद्रशिला की यात्रा शुरू होती है। सुबह की धूप में चमकते हिमालय और बर्फ से लदी घाटियाँ यहाँ की सबसे बड़ी खूबसूरती हैं।


चोपता के लिए बेस्ट टाइम:

मार्च से मई और सितंबर से नवंबर (खुले मौसम में ट्रेकिंग आसान होती है)

चोपड़ा कैसे जाएं:

हवाई मार्ग:     जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून (226 किमी)

रेल मार्ग:     हरिद्वार/ऋषिकेश

सड़क मार्ग:    चोपता तक सीधी सड़कें हैं, लेकिन पहाड़ी मार्ग है

जरूरी टिप्स :

बर्फबारी के समय सड़कें बंद हो सकती हैं, मौसम अपडेट लेकर चलें।


10. मुक्तेश्वर: शांति और सौंदर्य का संगम

मुक्तेश्वर अपने सुरम्य दृश्यों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ से आप हिमालय की चोटियों को बहुत करीब से देख सकते हैं। छोटे-छोटे रास्ते, पुराने मंदिर और फलों से लदे बाग-बगीचे इसे एक आदर्श मानसिक विश्राम स्थल बनाते हैं।

मुक्तेश्वर जाने का बेस्ट टाइम:

मार्च से जून और सितंबर से नवंबर


मुक्तेश्वर कैसे जाएं:

हवाई मार्ग: पंतनगर एयरपोर्ट (90 किमी)

रेल मार्ग: काठगोदाम रेलवे स्टेशन (70 किमी)

सड़क मार्ग: नैनीताल से टैक्सी या बस


कुछ जरूरी टिप्स:

यह जगह शांत और कम भीड़ वाली है – किताबें पढ़ने, ध्यान करने और मानसिक विश्राम के लिए बेहतरीन है।


निष्कर्ष: एक बार जरूर जाएं उत्तराखंड


उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है, जो हर तरह के यात्री को कुछ न कुछ खास देने का वादा करता है। चाहे आप शांति की तलाश में हों, रोमांच के शौकीन हों या आध्यात्मिक अनुभूति पाना चाहते हों — उत्तराखंड में आपके हर सपने के लिए एक मंज़िल है।


तो अगली बार छुट्टियों की योजना बनाएं, तो उत्तराखंड को अपनी यात्रा सूची में सबसे ऊपर रखें। यकीन मानिए, यहाँ की हवा, नज़ारे और लोग आपके दिल में हमेशा के लिए बस जाएंगे।


दार्जिलिंग पर्यटन स्थल – घूमने की बेस्ट जगहें, मौसम, होटल और ट्रैवल गाइड

Darjiling Tourist Place photos

दार्जिलिंग:  पहाड़ों की रानी जहां हर मोड़ पर मिलती है सुकून की सांस

 "कभी दार्जिलिंग जाकर सूरज को बादलों से झांकते देखा है?"

अगर नहीं देखा, तो सच मानिए, आपने जिंदगी की एक खूबसूरत तस्वीर मिस कर दी है।

दार्जिलिंग सिर्फ एक जगह नहीं है, ये एक अहसास है — वो भी ऐसा, जो आपको भीड़ भरे शहरों से उठाकर सुकून की गोद में ले जाता है।


 दार्जिलिंग कहां है और क्यों है इतना खास ?

दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल के उत्तर में, समुद्र तल से करीब 2,042 मीटर की ऊंचाई पर बसा एक छोटा-सा हिल स्टेशन है। यहां की सबसे खास बात है — कंचनजंघा की बर्फीली चोटी का नजारा, जो सुबह-सुबह सुनहरी रोशनी में किसी जादू से कम नहीं लगता।

दार्जिलिंग अपने चाय बागानों, टॉय ट्रेन, बौद्ध मठों, और ब्रिटिश कालीन वास्तुकला के लिए दुनियाभर में मशहूर है।


दार्जिलिंग में घूमने लायक प्रमुख जगह:- 

अब बात करते हैं उन जगहों की जो दार्जिलिंग ट्रिप को यादगार बना देती हैं।


1.   दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (टॉय ट्रेन)

UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल ये ट्रेन किसी कहानी की तरह चलती है — धीरे-धीरे, कलकल करती हुई, और आपको सीधे बचपन में ले जाती है।

टिप: घूम स्टेशन से दार्जिलिंग तक का सवारी लेना एक must-do activity है।


2.   टाइगर हिल – सूर्योदय का जादू

सुबह 4 बजे उठने का जोश सिर्फ टाइगर हिल के लिए बनता है। यहां से सूरज की पहली किरण जब कंचनजंघा की चोटी को छूती है, तो वो पल शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।


3.   हैप्पी वैली टी एस्टेट

दार्जिलिंग की चाय पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां आकर आप न सिर्फ चाय की ताजगी महसूस कर सकते हैं बल्कि इसे बनते हुए भी देख सकते हैं।


4.   बतासिया लूप

ये एक शानदार व्यू पॉइंट है जहां से आप ट्रेन को घुमावदार ट्रैक पर घूमते हुए देख सकते हैं। पास में एक युद्ध स्मारक भी है जो भारतीय सेना के शहीदों को समर्पित है।


5.   जापानी मंदिर और पीस पगोडा

अगर आप शांति की तलाश में हैं तो ये जगह आपके लिए बनी है। यहां की प्रार्थनाएं और माहौल मन को सुकून देते हैं।


6.   पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क

अगर आप हिमालयन जीवों को करीब से देखना चाहते हैं, तो इस चिड़ियाघर में रेड पांडा, हिम तेंदुआ, और स्नो लेपर्ड जैसे दुर्लभ जानवर देखने को मिलते हैं।



दार्जिलिंग कैसे पहुंचें:- 



 हवाई मार्ग:- 

सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है बागडोगरा (IXB), जो दार्जिलिंग से लगभग 70 किमी दूर है। वहां से टैक्सी या साझा जीप से दार्जिलिंग पहुंचा जा सकता है।


 रेल मार्ग:- 

न्यू जलपाईगुड़ी (NJP) निकटतम बड़ा रेलवे स्टेशन है। यहां से टॉय ट्रेन या टैक्सी ली जा सकती है।


सड़क मार्ग:- 

सिलिगुड़ी, गंगटोक और कालिमपोंग जैसे शहरों से सीधी टैक्सी सेवा उपलब्ध है।



दार्जिलिंग घूमने का सबसे अच्छा समय:- 


दार्जिलिंग सालभर सुंदर रहता है, लेकिन:


मार्च से मई: वसंत का मौसम, फूल खिले होते हैं और मौसम बहुत सुहाना होता है।


अक्टूबर से दिसंबर: कंचनजंघा का नजारा एकदम साफ दिखता है। फोटोग्राफरों के लिए स्वर्ग है।


मानसून (जून-जुलाई) में भी कुछ लोग आते हैं, लेकिन बारिश ज्यादा होती है, इसलिए नज़ारे छिप जाते हैं।



दार्जिलिंग में कहां रुकें :- 

दार्जिलिंग में हर बजट के होटल मिलते हैं:- 


1. लक्ज़री स्टे :    Mayfair Darjeeling, Elgin Hotel


2. मिड रेंज में :    Dekeling Hotel, Windamere


3. बजट रेंज में :     Zostel, Backpackers Hostel



दार्जिलिंग में क्या क्या खाएं:- 


दार्जिलिंग का खाना एकदम दिल को छू जाता है।


मोमो और थुक्पा यहां के लोकल फेवरेट हैं।


नेपाली, तिब्बती और बंगाली फूड का यूनिक मिक्स मिलता है।


ग्लेनरीज़ नाम की एक बेकरी है जहां का केक और कॉफी बहुत फेमस है।



दार्जिलिंग से क्या क्या खरीदें:- 

यहां से आप दार्जिलिंग टी, लोकल हैंडीक्राफ्ट्स, और वूलन आइटम्स खरीद सकते हैं।

चौरास्ता बाजार और निहरिका शॉपिंग कॉम्प्लेक्स घूमना न भूलें।


जरूरी ट्रैवल टिप्स (गाइड) :- 


सुबह जल्दी उठने की आदत डालें, खासकर टाइगर हिल देखने के लिए।


कैश रखें, क्योंकि छोटे दुकानों में UPI/कार्ड का ऑप्शन मिल भी सकते है और नहीं भी।


हल्के ऊनी कपड़े ज़रूर ले जाएं, गर्मी में भी ठंडक रहती है।


लोकल गाइड लें, आपको जगहों के पीछे की कहानियाँ भी पता चलेंगी।


अंत में बस इतना…

दार्जिलिंग एक ऐसी जगह है, जो हर मौसम में, हर मूड में और हर इंसान के लिए कुछ ना कुछ खास लेकर आती है।

यहां आने के बाद लौटने का मन नहीं करता — और अगर एक बार आ गए, तो यकीन मानिए, ये पहाड़ और यहां की सुंदरता आपको बार-बार बुलाएंगे।

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (टॉय ट्रेन)


UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल ये ट्रेन किसी कहानी की तरह चलती है — धीरे-धीरे, कलकल करती हुई, और आपको सीधे बचपन में ले जाती है।

टिप:-     

घूम स्टेशन से दार्जिलिंग तक का सवारी लेना एक must-do activity है।



Sunday, June 22, 2025

Top 10 beautiful tourist place in india

Top 10 beautiful tourist place in india

हेलो दोस्तों, तो कैसे हैं आप , आज के इस पोस्ट मे हम आपलोग को  बताने वाले है भारत के टॉप 10 ब्यूटीफुल टूरिस्ट प्लेस के बारे मे तो चलिए शुरू करते हैं- 

दोस्तों ,  हमारा भारत, सभी विविधताओ से भरा एक ऐसा देश है जहाँ हर राज्य, हर संस्कृति और हर मौसम में कुछ नया देखने को मिलता है। चाहे आप प्रकृति प्रेमी हों, या इतिहास के दीवाने या रोमांच के खोजी – भारत में हर किसी के लिए कुछ खास है। आइए जानते हैं भारत के 10 सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में, और उनके प्रमुख आकर्षणों को विस्तार से।


1. कश्मीर – धरती का स्वर्ग

कश्मीर का नाम लेते ही मन में एक शांत, सुंदर और स्वर्ग जैसा दृश्य उभर आता है। बर्फ से ढके ऊँचे पहाड़, घाटियों में फैली हरियाली, और ठंडी हवा से सजी यह भूमि एक अनोखा सौंदर्य प्रदान करती है। यहाँ का मौसम, चाहे सर्दी हो या गर्मी, हर समय मन को मोह लेने वाला होता है। स्थानीय लोगों की गर्मजोशी, पारंपरिक वेशभूषा और खानपान, इस स्थान की आत्मा को जीवंत करते हैं। कश्मीर सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि एक अहसास है — जहाँ समय धीमा चलता है, और मन सुकून की ओर बहता है।

 यहाँ की मुख्य जगहें :

1. डल झील:

      यह झील श्रीनगर का दिल है। शिकारे की सवारी करते हुए आप झील के किनारे बसे हाउसबोट्स, फूलों की नावें और बर्फ से ढकी पहाड़ियों का अद्भुत नज़ारा देख सकते हैं।

2. गुलमर्ग:

      यहाँ की वादियाँ स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग के लिए जानी जाती हैं। गुलमर्ग गोंडोला दुनिया की सबसे ऊँची केबल  कारों में से एक है।

3. सोनमर्ग:

    “सोने की घास की घाटी” के नाम से मशहूर यह जगह ग्लेशियर ट्रेकिंग और झीलों की खूबसूरती के लिए जानी  जाती है।

4. मुगल गार्डन:

      शालीमार बाग़, निशात बाग़ जैसे बागान मुग़ल वास्तुकला और प्राकृतिक छटा का बेहतरीन मेल हैं।


2. लेह-लद्दाख – ऊँचाई पर बसा रोमांच

लेह-लद्दाख एक ऐसा स्थान है जो शरीर से नहीं, आत्मा से महसूस किया जाता है। यहाँ की ऊँचाई और नीरवता मन को भीतर तक झंकझोर देती है। पत्थरों से घिरी हुई सड़कों पर सफर करते हुए लगता है जैसे आप धरती की छाती पर चल रहे हों। यहाँ का हर दृश्य एक कैनवास की तरह है — बड़ा, विशाल और मौन। लद्दाख की संस्कृति, वहाँ के बौद्ध मठ और लोगों का सरल जीवन मन को छू जाता है। यह स्थान साहस और शांति का अनूठा संगम है।

यहां की मुख्य जगहें:

1. पैंगोंग झील:

यह झील अपने बदलते रंगों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का नीला पानी और आसपास की पहाड़ियाँ इसे स्वर्ग सा अनुभव देती हैं।

2. खारदुंग ला पास:
दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल पास में बाइक चलाना हर घुमक्कड़ का सपना होता है।

3. नुब्रा वैली:
यहाँ का रेगिस्तान, ऊँट की सवारी और बर्फ से ढके पहाड़ एक साथ देखने को मिलते हैं।

4. थिकसे और हेमिस मठ:
बौद्ध संस्कृति और शांत वातावरण के लिए यह मठ देखने लायक हैं।


3. केरल – प्रकृति और शांति का आदर्श स्वरूप

केरल, जिसे "ईश्वर का अपना देश" कहा जाता है, वास्तव में इस उपाधि का हकदार है। यह ऐसा प्रदेश है जहाँ हर तत्व—जल, वायु, हरियाली और संस्कृति—अपने सबसे सुंदर रूप में सामने आता है।

यहां की मुख्य जगहें :

1. एलेप्पी के बैकवॉटर:
यहाँ हाउसबोट में रहना और नारियल के पेड़ों के बीच से बहती शांत जलधाराएं आपको सुकून देती हैं।

2. मुन्नार:
चाय बागानों की हरियाली, ठंडी हवाएँ और ऊँची पहाड़ियाँ इसे दक्षिण भारत का स्वर्ग बनाती हैं।

3. वर्कला बीच:
समुद्र के किनारे ऊँचाई से दिखता समुद्र, और यहाँ के आयुर्वेदिक मसाज बहुत प्रसिद्ध हैं।

4.थेक्कडी:

यहाँ का पेरियार वन्यजीव अभयारण्य हाथी और बाघ देखने के लिए आदर्श है।


4. राजस्थान – रॉयल कल्चर की धरती

रेगिस्तान की तपती रेत पर जब सूरज की किरणें पड़ती हैं, तो ऐसा लगता है मानो धरती ने सोने की चादर ओढ़ ली हो। यह कोई साधारण भूमि नहीं, यह है राजस्थान – राजाओं की धरती, शौर्य की गाथाओं से भरी हुई, और परंपराओं से सजी-संवरी एक संस्कृति का जीवंत उदाहरण।

 यहां की मुख्य जगहें :

1. जयपुर (पिंक सिटी):
आमेर किला, हवा महल, जल महल और सिटी पैलेस शाही जीवनशैली की झलक देते हैं।

2. उदयपुर (लेक सिटी):
लेक पिछोला और लेक पैलेस यहाँ का आकर्षण हैं। उदयपुर की झीलें और महल रोमांस और भव्यता का प्रतीक हैं।

3. जैसलमेर:
थार रेगिस्तान की रेत पर ऊँट की सवारी, जैसलमेर किला और रात में डेजर्ट कैंपिंग अद्भुत अनुभव देते हैं।

4. पुष्कर:
यहाँ का ब्रह्मा मंदिर और प्रसिद्ध पुष्कर मेला हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है।


5. हिमाचल प्रदेश – पहाड़ों का घर

दोस्तों, हिमालय की गोद में बसा एक शहर जो की पहाड़ों पर बसा है, और यहां काफी बर्फ गिरती है यहां की सुंदरता मन को लुभा देने वाली होती हैं जिस वजह से यहां टूरिस काफी तदात में घूमने आते है।

अब बात करते हैं यहां के मुख्य घूमने के जगहों के बारे में

 यहां की मुख्य जगहें :

1. मनाली:
रोहतांग पास, सोलंग वैली, और व्यास नदी के किनारे बसे कैफे इसे युवाओं के बीच हॉटस्पॉट बनाते हैं।

2. धर्मशाला:
तिब्बती संस्कृति, मकलोडगंज का शांत वातावरण और दलाई लामा का निवास इसे खास बनाता है।

3. कसोल:
‘मिनी इज़राइल’ के नाम से मशहूर, यह बैकपैकर्स का स्वर्ग है। यहाँ से आप खीरगंगा ट्रेक भी कर सकते हैं।

4.स्पीति वैली:

यह जगह एकदम अलग ग्रह जैसी लगती है। यहाँ के मठ, बर्फीली घाटियाँ और नदियाँ मन मोह लेती हैं।


6. उत्तराखंड – प्रकृति की गोद में बसा एक स्वर्ग

उत्तराखंड भारत का एक खूबसूरत पहाड़ी राज्य है, जिसे "देवभूमि" यानी देवताओं की भूमि कहा जाता है। यहां की हरियाली, बर्फ से ढकी चोटियां, शांत झीलें और पवित्र नदियां इसे एक स्वर्ग जैसा रूप देती हैं। गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम स्थल भी यहीं है। चार धाम – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री – भी यहीं स्थित हैं, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। मसूरी, नैनीताल और औली जैसे हिल स्टेशन पर्यटकों के लिए स्वर्ग हैं। यहाँ की संस्कृति, लोकगीत और परंपराएं इस राज्य की आत्मा हैं। उत्तराखंड साहसिक खेलों, ट्रेकिंग और वन्य जीवन के लिए भी प्रसिद्ध है। यह राज्य न केवल प्राकृतिक सुंदरता से भरा है, बल्कि आध्यात्मिक शांति का भी केंद्र है।

यहां की मुख्य जगहें :

1. ऋषिकेश:
गंगा किनारे ध्यान, योग, और राम झूला, लक्ष्मण झूला जैसी संरचनाएँ इसे आध्यात्मिकता का केंद्र बनाती हैं।

2. औली:
भारत का प्रमुख स्कीइंग स्थल, जहाँ जनवरी से मार्च तक बर्फ की चादर बिछी रहती है।

3. मसूरी:
क्वीन ऑफ हिल्स कहा जाने वाला यह हिल स्टेशन अपने झरनों और वॉकेबल मॉल रोड के लिए जाना जाता है।

4. नैनीताल:
यहाँ की नैनी झील, स्नो व्यू प्वाइंट और केबल कार बहुत लोकप्रिय हैं।


7. गोवा – मस्ती और सुकून की जगह 

गोवा भारत का सबसे छोटा लेकिन सबसे खूबसूरत राज्य है, जो अपने सुनहरे समुद्र तटों और रंगीन माहौल के लिए जाना जाता है। यहाँ की जीवनशैली मस्ती और आज़ादी से भरी होती है। विदेशी पर्यटक यहां की संस्कृति, नाइटलाइफ और चर्चों को देखने आते हैं। पुराना गोवा अपने इतिहास और पुर्तगाली वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यहां के समुद्री व्यंजन और संगीत दिल को छू जाते हैं।

 यहां की मुख्य जगहें :

1. बागा और अंजुना बीच:
समुद्र के किनारे पार्टी और वाटर स्पोर्ट्स के लिए मशहूर हैं।

2. पणजी:
गोवा की राजधानी पुर्तगाली वास्तुकला और शांत माहौल के लिए जानी जाती है।

3. डुडसागर वॉटरफॉल:
यह झरना मानसून में खासतौर पर देखने लायक होता है।

4. चर्च ऑफ बॉम जीसस:
युनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त यह चर्च गोवा की विरासत दर्शाता है।


8. मेघालय – बादलों का घर

मेघालय को "बादलों का घर" कहा जाता है, क्योंकि यहां की घाटियाँ हमेशा धुंध और कोहरे में लिपटी रहती हैं। चेरापूंजी और मासिनराम जैसे स्थान विश्व के सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्र हैं। यहाँ के जीवित जड़ों के पुल दुनिया में अनोखे हैं। मेघालय की पहाड़ियाँ, झरने और गुफाएं सैर-सपाटे के लिए एक जादुई अनुभव देती हैं। खासी और गारो जनजातियों की संस्कृति यहाँ की पहचान है। यह राज्य प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है।

यहां की मुख्य जगहें :

1. चेरापूंजी:
विश्व का सबसे अधिक वर्षा वाला क्षेत्र, जहाँ झरने और गुफाएँ आपको मंत्रमुग्ध कर देती हैं।

2. मावल्यन्नॉन्ग:
एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव, जहाँ बांस के घर, जैविक खेती और स्वच्छता आदर्श उदाहरण हैं।

3. डावकी नदी:
इस नदी का पानी इतना साफ है कि नाव पानी में तैरती नहीं बल्कि हवा में उड़ती दिखती है।

4. लिविंग रूट ब्रिज:
जैविक रूप से पेड़ों की जड़ों से बने पुल, जो आज भी इस्तेमाल होते हैं।


9. अंडमान-निकोबार – समुद्र के बीच स्वर्ग

अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह बंगाल की खाड़ी में बसा एक अद्भुत द्वीप समूह है। यह अपने साफ-सुथरे समुद्र तटों, प्रवाल भित्तियों और नीले पानी के लिए प्रसिद्ध है। सेलुलर जेल यहाँ का ऐतिहासिक प्रतीक है, जहाँ स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया था। राधानगर बीच को एशिया का सबसे सुंदर समुद्र तट कहा जाता है। यहां स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग जैसे जलक्रीड़ा खेलों का मज़ा लिया जा सकता है। यह द्वीप समूह शांति और रोमांच दोनों का बेहतरीन मेल है।

यहां की मुख्य जगहें:

1. हैवलॉक आइलैंड:
नीले पानी, सफेद रेत और स्कूबा डाइविंग के लिए यह सबसे प्रसिद्ध है।

2. रॉस आइलैंड:
यहाँ ब्रिटिश काल के अवशेष, खंडहर और इतिहास के निशान देखने को मिलते हैं।

3. सेलुलर जेल:
काला पानी की सज़ा का इतिहास इस जेल की दीवारों में बसा है।

4. स्नॉर्कलिंग और वाटर स्पोर्ट्स:
नील आइलैंड और रेड स्किन आइलैंड जैसे स्थानों पर समंदर के नीचे की दुनिया देखने को मिलती है।


10. वाराणसी – अध्यात्म और आस्था की नगरी

वाराणसी, जिसे काशी और बनारस भी कहा जाता है, भारत की सबसे प्राचीन और पवित्र नगरी है। गंगा नदी के किनारे बसा यह शहर आध्यात्म, संस्कृति और जीवन के गहरे दर्शन का प्रतीक है। यहाँ के घाटों पर सुबह की गंगा आरती मन को शांति देती है और आत्मा को जागृत करती है। काशी विश्वनाथ मंदिर शिवभक्तों का प्रमुख तीर्थ है। बनारस की गलियाँ, ठेठ बनारसी बोली, संगीत और पान यहाँ की पहचान हैं। यह शहर मृत्यु को मोक्ष में बदलने वाला स्थान माना जाता है। वाराणसी केवल एक शहर नहीं, बल्कि सनातन परंपरा की जीवंत आत्मा है।

यहां की मुख्य जगहें :

1. दशाश्वमेध घाट:
गंगा आरती का दिव्य अनुभव यहाँ की आत्मा है।

2. काशी विश्वनाथ मंदिर:
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक, यह मंदिर श्रद्धालुओं का प्रमुख स्थल है।

3. बनारसी गली और खानपान:
यहाँ के बनारसी पान, कचौड़ी और सिल्क की साड़ियाँ पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं।

4. सارنाथ:
बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थल जहाँ भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।


 अंत में बस इतना - 

भारत का हर कोना बहुत ही प्यारा और अनूठा है – कहीं पहाड़ों की चुप्पी तो कहीं समंदर की आवाज़। ऊपर बताए गए 10 स्थान भारत की सुंदरता और सांस्कृतिक गहराई को दर्शाते हैं। यदि आप भी जीवन में कुछ नया देखना, समझना और महसूस करना चाहते हैं – तो इन स्थलों की यात्रा ज़रूर करें। 

मिलते है ऐसे ही और बेस्ट ट्रैवल डेस्टिनेशन पोस्ट के साथ तब तक आप हमारे साइट को जरूर फॉलो कर ले। TQ 







Saturday, June 21, 2025

भारत के 10 सबसे खूबसूरत जगहें – एक सफर जिसे ज़िंदगी भर भूल नहीं पाएंगे

 


दोस्तों , तो कैसे हैं आप  मुझे आशा है की आप सब ठीक होंगे , दोस्तों आज मैं आपलोग को हमारे भारत के दस 10 सबसे खूबसूरत जगहों के बारे मे बताने वाला हूँ , तो चलिए शुरू करते हैं - 
दोस्तों हमारा भारत, विविधताओं का देश है। और  यहाँ हर मोड़ पर आपको एक नई कहानी, एक नया रंग और एक नई खूबसूरती देखने को मिलती है। अगर आप भी घूमने के शौकीन हैं और सोच रहे हैं कि भारत में सबसे खूबसूरत जगह कौन सी हैं, तो मैं आपको अपने अनुभव और रिसर्च के आधार पर आपके लिए लाया हूँ – भारत की 10 सबसे सुंदर जगहों की एक शानदार लिस्ट। तो  चलिए, एक-एक करके इन जगहों की सैर करते हैं।

1. कश्मीर – धरती का स्वर्ग

"अगर धरती पर कहीं जन्नत है, तो वह कश्मीर है "

कश्मीर का नाम सुनते ही बर्फ से ढके पहाड़, डल लेक की शिकारे, और रंग-बिरंगे फूलों की वादियाँ आँखों के सामने आ जाती हैं। गर्मियों में यहाँ की ठंडी हवा और सर्दियों में बर्फबारी, दोनों ही मन को सुकून देती हैं।

प्रमुख घूमने की जगहें : गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, श्रीनगर


यहाँ जाने के लिए आपको : दिल्ली से ट्रेन लें  सीधा श्रीनगर के लिए , वो भी काम प्राइस मे  

बेस्ट टाइम: अप्रैल से अक्टूबर


2. लेह-लद्दाख – रोमांच का दूसरा नाम

अगर आप adventurous soul हैं, तो लद्दाख आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं। यहाँ की ऊँची-ऊँची पहाड़ियाँ, नीली झीलें और मोनेस्ट्रीज़ मन को शांति देती हैं। यहाँ का जन्नत जैसा दृश हर किसी के मन को मोह लेती है , और  यहाँ जाने का सफर सच मे बहुत ही रोमांचक है । 

यहाँ की जगहे : पांगोंग लेक, नुब्रा वैली, खारदुंगला पास
यहाँ जाने के लिए :लेह एयरपोर्ट या मनाली से बाइक या  कार से भी जा सकते हैं। 
बेस्ट टाइम: जून से सितंबर


3. केरल – गॉड्स ओन कंट्री

केरल की बैकवाटर्स, हाउसबोट, हरी-भरी पहाड़ियाँ और आयुर्वेदिक मसाज इसे एक परफेक्ट हॉलिडे डेस्टिनेशन बनाते हैं। यहाँ का खाना और संस्कृति दोनों ही दिल को छू जाते हैं। यहाँ पर देखने और घूमने के लिए काफी अच्छी अच्छी जगहें हैं, मुख्य बात यहाँ की  और  वो है हरियाली जो टूरिस्ट को काफी ज़्यादा अट्रैक्ट करती है। 

प्रमुख प्लेस : एलेप्पी, मुन्नार, थेक्कडी, कोवलम
यहाँ कैसे जाए : कोचीन या त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट या ट्रेन से भी जा सकते हैं। 
बेस्ट टाइम: अक्टूबर से मार्च


4. राजस्थान – रॉयल कल्चर की ज़िंदा तस्वीर

रेगिस्तान की रेत में बसे इस राज्य की रॉयल हवेलियाँ, महल और लोक-संगीत इसे एक अनोखी पहचान देते हैं। यहाँ का खाना और पहनावा भी उतना ही लाजवाब है।

प्रमुख जगहें : जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर
यहाँ कैसे जाएँ: जयपुर या उदयपुर एयरपोर्ट या ट्रेन से भी जा सकते हैं। 
बेस्ट टाइम: नवंबर से फरवरी


5. हिमाचल प्रदेश – प्रकृति का अद्भुत संगम

हिमाचल की हरी-भरी वादियाँ, मन को भा जाने वाली ठंडक और शांति इसे घूमने वालों की पहली पसंद बनाते हैं। यहाँ ट्रैकिंग, कैम्पिंग और मेडिटेशन – सबकुछ है।

प्रमुख जगहें : मनाली, शिमला, कसोल, धर्मशाला

कैसे जाएँ: चंडीगढ़ या दिल्ली से टैक्सी/बस
बेस्ट टाइम: मार्च से जून और सितंबर से नवंबर


6. दार्जिलिंग – पूर्वोत्तर की रानी

दार्जिलिंग की हरी चाय की बगानें और toy train की सवारी आपको किसी पुराने ज़माने के रोमांस में ले जाती हैं। यहाँ से कंचनजंघा की झलक भी देखने को मिलती है।

प्रमुख जगहें : टाइगर हिल, बतासिया लूप, पीस पगोडा
कैसे जाएँ: न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन या बागडोगरा एयरपोर्ट से 
बेस्ट टाइम: अप्रैल से जून


7. अंडमान और निकोबार – समंदर की गोद में जन्नत

अगर आप समंदर के किनारे समय बिताना चाहते हैं, तो अंडमान आपके लिए परफेक्ट है। साफ-सुथरे बीच, स्कूबा डाइविंग और कोरल रीफ्स इसे बेहद खास बनाते हैं।

प्रमुख जगहें : हैवलॉक आइलैंड, नील आइलैंड, सेल्युलर जेल
यहाँ कैसे जाएँ: पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट से 
बेस्ट टाइम: नवंबर से अप्रैल


8. मेघालय – बादलों का घर

पूर्वोत्तर भारत का यह राज्य कमर्शियल टूरिज्म से दूर है, और यही इसकी खूबसूरती है। यहाँ के झरने, गुफाएँ और साफ गाँव – सबकुछ दिल जीत लेते हैं।

प्रमुख जगहें : चेरापूंजी, शिलांग, डावकी नदी
कैसे जाएँ: गुवाहाटी से शिलांग तक टैक्सी
बेस्ट टाइम: अक्टूबर से मई


9. ऋषिकेश – आध्यात्म और एडवेंचर का मेल

ऋषिकेश वो जगह है जहाँ योग, ध्यान और गंगा आरती के साथ-साथ आपको रिवर राफ्टिंग और बंजी जंपिंग जैसे एडवेंचर भी मिलते हैं।

प्रमुह जगहें : लक्ष्मण झूला, गंगा आरती, नीलकंठ महादेव
कैसे जाएँ: हरिद्वार या देहरादून से
बेस्ट टाइम: सितंबर से अप्रैल


10. हंपी – इतिहास की गोद में खो जाना

अगर आपको पुरातत्व और इतिहास में रुचि है, तो हंपी आपकी बकेट लिस्ट में होना चाहिए। खंडहरों में बसी यह जगह आज भी अपनी कहानियाँ खुद सुनाती है।

प्रमुख जगहें : विरुपाक्ष मंदिर, विजयनगर खंडहर
कैसे जाएँ: हॉस्पेट रेलवे स्टेशन से टैक्सी
बेस्ट टाइम: अक्टूबर से मार्च

तो बताए अब आपका अगला प्लान कौन सा

भारत की खूबसूरती का कोई एक पैमाना नहीं है। हर राज्य, हर जगह का अपना एक रंग है, अपनी खुशबू है। यह लिस्ट मेरे अनुभव और कई ट्रैवलर्स की सिफारिशों पर आधारित है। आप इनमें से किसी भी जगह जाएँ, आपको निराशा नहीं होगी।
बस बैग पैक कीजिए, और निकल पड़िए एक खूबसूरत सफर पर – अपने भारत को जानने।

दोस्तों , वैसे तो भारत में बहुत सी घूमने की जगहें हैं , लेकिन मैंने आपलोंग के साथ कुछ ही ट्रैवल डेस्टिनेशन शेयर किए हैं  मैं अपने इस ब्लॉग के माध्यम से उन  सभी बेस्ट ट्रैवल डेस्टिनेशन शेयर करूंगा जहां आप जा सकते हैं । 

दोस्तों , मैंने जीतने भी ट्रैवल डेस्टिनेशन अपलोंग के साथ शेयर किए हैं उन हर एक पे कम्प्लीट आर्टिकल लिखने वाला हूँ , तो आप हमे जरूर फॉलो कर ले ।  धन्यवाद     

Friday, June 20, 2025

कश्मीर बजट ट्रैवल गाइड: ₹7000 में जन्नत की सैर — मेरी खुद की कहानी

कश्मीर बजट ट्रैवल गाइड

"अगर धरती पर कहीं जन्नत है, तो वो यहीं है – कश्मीर में!"

मैंने ये लाइन किताबों में बहुत बार पढ़ी थी, लेकिन जब खुद कश्मीर जाकर आया, तो यकीन हुआ कि लोग झूठ नहीं कहते।

और सबसे खास बात?
मैंने ये पूरा ट्रिप सिर्फ ₹7000 में किया!
हां, सुनकर आपको अजीब लग सकता है, लेकिन इस पोस्ट में मैं अपना पूरा अनुभव शेयर कर रहा हूँ, ताकि आप भी कम बजट में कश्मीर की खूबसूरती को जी सकें।


 मैंने कब ट्रैवल की – और सही समय का कमाल

मैंने कश्मीर का ट्रिप सितंबर में किया था। जब न ज्यादा भीड़ थी, और न ज्यादा ठंड – सब कुछ बिल्कुल परफेक्ट था।
इस टाइम पे रेट भी कम होते हैं और मौसम भी साफ़ रहता है। डल झील की शाम, ठंडी हवा और चारों ओर पहाड़… सच में, मन करता था की बस यहीं रुक जाऊं।


मैं वहाँ कैसे पहुँचा – कम पैसों में सफर

मैंने दिल्ली से सीधी फ्लाइट ली , थोड़ी महंगी थी, तो मैंने थोड़ा जुगाड़ वाला रास्ता अपनाया:

  1. दिल्ली से जम्मू तक ट्रेन (स्लीपर क्लास) – ₹500

  2. जम्मू से श्रीनगर तक शेयर टैक्सी – ₹600
    टैक्सी में लोकल लोग भी थे, जिनसे बात करके मुझे कुछ और भी Hidden जगहों के बारे मे पता चला।

अब तक मेरा टोटल ट्रैवल खर्च = ₹1100

कहाँ रुका मैं – कम पैसों में घर जैसा एहसास

श्रीनगर में, मैं डल झील के पास एक छोटे से होमस्टे में रुका था।
रूम का किराया लगभग ₹600 , साथ मे गरम रजाई, बढ़िया वाई-फाई और चाय के साथ सुहानी शाम।

गुलमर्ग में मुझे एक लोकल लॉज मिला ₹800 में, जहाँ से मुझे बर्फ से ढके पहाड़ सीधे कमरे की खिड़की से दिखते थे।

मेरा सुझाव: अगर दो लोग साथ हों तो खर्च और भी कम हो जाता है। क्युकी वहाँ Shared रूम बहुत काम मे आते हैं।

 खाना कैसा था – सादा, स्वादिष्ट और सस्ता

वहाँ के खाने के बारे में तो मत ही पूछो  “वाह क्या राजमा चावल था यार!” – मुझे तो मज़ा ही आ गया और मैंने ये श्रीनगर के एक ढाबे पर खाया था और आज भी स्वाद याद है।

  • वहाँ लोकल ढाबों में ₹80–₹100 में पेट भर खाना मिल जाता है।

  • चाय और कश्मीरी कहवा – ज़रूर ट्राय करें, बहुत सुकून देता है

 मेरा 3 दिन का खाने का खर्च सिर्फ ₹900 के आसपास रहा।

 कहाँ-कहाँ घूमा मैंने – हर मोड़ की कहानी

 1. डल झील

शाम को शिकारा में बैठा, झील की सतह पर सूरज की रोशनी और पीछे पहाड़… ऐसा लग रहा था जैसे कोई फिल्म का सीन चल रहा हो।

  • एक घंटा शिकारा राइड – ₹400 (थोड़ा मोलभाव किया मैंने)

2. गुलमर्ग

बर्फ नहीं थी सितंबर में, लेकिन हरियाली और ठंडी हवा ने दिल जीत लिया।

  • श्रीनगर से टैक्सी – ₹250

  • Gondola नहीं लिया, क्योंकि बजट लिमिट में रहना था

3. पहलगाम

यहाँ की नदियाँ, जंगल और लोकल लोग – सब बहुत प्यारे थे।
मैं सिर्फ वॉक करता रहा, हॉर्स राइडिंग स्किप कर दी, क्योंकि वे मुझे ₹1200 मांग रहे थे।

अच्छा हुआ स्किप किया, खुद पैदल चलकर जो सुकून मिला, वो अनमोल था।

 मेरा कुल खर्च  –  और मेरा बजट ब्रेकडाउन


चीज                                                           

 खर्च

सफर (ट्रेन + टैक्सी)                                                ₹1100
ठहरना (2 रात) ₹1400
खाना (3 दिन) ₹900
लोकल ट्रैवल + एंट्री ₹800
शिकारा राइड ₹400
कुल खर्च ₹6600

मेरी यह ₹7000 से भी कम खर्च में 3 दिन की बहुत अच्छी ट्रिप थी !

मैंने इन 3 दिनों की ट्रिप में बहुत कुछ सीखने को मिला, क्युकी कोई भी फर्स्ट बार कहीं बाहर घूमने जाए तो उसे पता नहीं होता उस जगह के बारे में , दोस्तों  जब मैं यहाँ आया था तो मुझे ज्यादा idea नहीं था लेकिन मुझे यहाँ आने के बाद सब पता चला। मैं अपना कश्मीर ट्रैवल का सारा अनुभव और वहाँ कैसे पहुचे , कहाँ रुके , कहाँ खाना  खाए इन सब के बारें मे इस पोस्ट मे लिखा हूँ। मुझे आशा है की ये पोस्ट आपलोग को कश्मीर ट्रिप पे जाने मे पूरी गाइड करेगी।  TQ  doston मिलते हैं ऐसे ही और ट्रैवल पोस्ट मे, तब तक के लिए धन्यवाद । 

मेरी सलाह (जो मैंने सीखी)

  • लोकल लोगों से बात करें, वो सच्चे गाइड होते हैं

  • जहां भी जाएं, पहले मोलभाव करें 

  • पानी की बोतल और स्नैक्स अपने साथ रखें

  • डल झील के किनारे सुबह की सैर मिस मत करना

आखिरी लाइन – कश्मीर अब सपना नहीं, हकीकत है!

कश्मीर जाकर मुझे अहसास हुआ कि "जन्नत सिर्फ महंगे होटल और फ्लाइट में नहीं होती – जन्नत वहाँ होती है जहाँ दिल सुकून पाता है।"

अगर आपने अब तक कश्मीर नहीं देखा है, तो यकीन मानिए, आप कुछ मिस कर रहे हैं।

और हां, इसे करने के लिए आपके पास ज्यादा पैसे होने की ज़रूरत नहीं – बस थोड़े से पैसे और थोड़ी सी प्लानिंग और दिल में जुनून चाहिए।

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