"अगर धरती पर कहीं जन्नत है, तो वो यहीं है – कश्मीर में!"
मैंने ये लाइन किताबों में बहुत बार पढ़ी थी, लेकिन जब खुद कश्मीर जाकर आया, तो यकीन हुआ कि लोग झूठ नहीं कहते।
और सबसे खास बात?
मैंने ये पूरा ट्रिप सिर्फ ₹7000 में किया!
हां, सुनकर आपको अजीब लग सकता है, लेकिन इस पोस्ट में मैं अपना पूरा अनुभव शेयर कर रहा हूँ, ताकि आप भी कम बजट में कश्मीर की खूबसूरती को जी सकें।
मैंने कब ट्रैवल की – और सही समय का कमाल
मैंने कश्मीर का ट्रिप सितंबर में किया था। जब न ज्यादा भीड़ थी, और न ज्यादा ठंड – सब कुछ बिल्कुल परफेक्ट था।
इस टाइम पे रेट भी कम होते हैं और मौसम भी साफ़ रहता है। डल झील की शाम, ठंडी हवा और चारों ओर पहाड़… सच में, मन करता था की बस यहीं रुक जाऊं।
मैं वहाँ कैसे पहुँचा – कम पैसों में सफर
मैंने दिल्ली से सीधी फ्लाइट ली , थोड़ी महंगी थी, तो मैंने थोड़ा जुगाड़ वाला रास्ता अपनाया:
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दिल्ली से जम्मू तक ट्रेन (स्लीपर क्लास) – ₹500
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जम्मू से श्रीनगर तक शेयर टैक्सी – ₹600
टैक्सी में लोकल लोग भी थे, जिनसे बात करके मुझे कुछ और भी Hidden जगहों के बारे मे पता चला।
अब तक मेरा टोटल ट्रैवल खर्च = ₹1100
कहाँ रुका मैं – कम पैसों में घर जैसा एहसास
श्रीनगर में, मैं डल झील के पास एक छोटे से होमस्टे में रुका था।
रूम का किराया लगभग ₹600 , साथ मे गरम रजाई, बढ़िया वाई-फाई और चाय के साथ सुहानी शाम।
गुलमर्ग में मुझे एक लोकल लॉज मिला ₹800 में, जहाँ से मुझे बर्फ से ढके पहाड़ सीधे कमरे की खिड़की से दिखते थे।
मेरा सुझाव: अगर दो लोग साथ हों तो खर्च और भी कम हो जाता है। क्युकी वहाँ Shared रूम बहुत काम मे आते हैं।
खाना कैसा था – सादा, स्वादिष्ट और सस्ता
वहाँ के खाने के बारे में तो मत ही पूछो “वाह क्या राजमा चावल था यार!” – मुझे तो मज़ा ही आ गया और मैंने ये श्रीनगर के एक ढाबे पर खाया था और आज भी स्वाद याद है।
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वहाँ लोकल ढाबों में ₹80–₹100 में पेट भर खाना मिल जाता है।
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चाय और कश्मीरी कहवा – ज़रूर ट्राय करें, बहुत सुकून देता है
मेरा 3 दिन का खाने का खर्च सिर्फ ₹900 के आसपास रहा।
कहाँ-कहाँ घूमा मैंने – हर मोड़ की कहानी
1. डल झील
शाम को शिकारा में बैठा, झील की सतह पर सूरज की रोशनी और पीछे पहाड़… ऐसा लग रहा था जैसे कोई फिल्म का सीन चल रहा हो।
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एक घंटा शिकारा राइड – ₹400 (थोड़ा मोलभाव किया मैंने)
2. गुलमर्ग
बर्फ नहीं थी सितंबर में, लेकिन हरियाली और ठंडी हवा ने दिल जीत लिया।
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श्रीनगर से टैक्सी – ₹250
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Gondola नहीं लिया, क्योंकि बजट लिमिट में रहना था
3. पहलगाम
यहाँ की नदियाँ, जंगल और लोकल लोग – सब बहुत प्यारे थे।
मैं सिर्फ वॉक करता रहा, हॉर्स राइडिंग स्किप कर दी, क्योंकि वे मुझे ₹1200 मांग रहे थे।
अच्छा हुआ स्किप किया, खुद पैदल चलकर जो सुकून मिला, वो अनमोल था।
मेरा कुल खर्च – और मेरा बजट ब्रेकडाउन
चीज |
खर्च |
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सफर (ट्रेन + टैक्सी) | ₹1100 |
ठहरना (2 रात) | ₹1400 |
खाना (3 दिन) | ₹900 |
लोकल ट्रैवल + एंट्री | ₹800 |
शिकारा राइड | ₹400 |
कुल खर्च | ₹6600 |
मेरी सलाह (जो मैंने सीखी)
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लोकल लोगों से बात करें, वो सच्चे गाइड होते हैं
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जहां भी जाएं, पहले मोलभाव करें
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पानी की बोतल और स्नैक्स अपने साथ रखें
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डल झील के किनारे सुबह की सैर मिस मत करना
आखिरी लाइन – कश्मीर अब सपना नहीं, हकीकत है!
कश्मीर जाकर मुझे अहसास हुआ कि "जन्नत सिर्फ महंगे होटल और फ्लाइट में नहीं होती – जन्नत वहाँ होती है जहाँ दिल सुकून पाता है।"
अगर आपने अब तक कश्मीर नहीं देखा है, तो यकीन मानिए, आप कुछ मिस कर रहे हैं।
और हां, इसे करने के लिए आपके पास ज्यादा पैसे होने की ज़रूरत नहीं – बस थोड़े से पैसे और थोड़ी सी प्लानिंग और दिल में जुनून चाहिए।
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